ਸੈਫ਼ਾਲ ਮਲੂਕ

ਵਾਲਿਦ ਦਾ ਕਹਿਣਾ

आसिम शाह कहे सुन बेटा ,के हुन ख़ूवाहिश तेरी
फिजां लश्कर सुभ किझ हाज़िर, माया घुन्नी घनेरी

माल मुल्क होर जय कुझ मुंगें, देसां चीज़ां सरियायाँ
पर मैं हक़ उस कमों आरी ,पैदा हूँ ना परियाँ