ਸੈਫ਼ਾਲ ਮਲੂਕ

ਵਿਛੜੇ ਯਾਰਾਂ ਦਿਆਂ ਲੋਥਾਂ

सैफ मलूओक उस जूओहे अंदर, सर धड़ बटहते डिठ्ठ्াे
कई पुछाते अपने पिछले, यार प्यारे मिठ्ठ्াे

सर धड़ याराँ वाले तक के ,रतूओ भर भर रोईआ
सर मुना पूओनझे तय गुल लाए, ओथों रुख़सत होईआ

हक़ लगा ग़म याराँ वाला, दूओजा भुक्ख्াा त्सा
ओस कोह क़ाफ़ों लहना आओखा, कम होया बे वसा

जिस ख़ैबर दी सख़्त चढ़ाई, उस थीं बुरी लहाई
लिहिन ना होंदा आओखे होके, चढ़ जईए जिस जाई

पंखी ने चुक आंदा आहा, शाहज़ादा इस जाई
पैरें टुरके लहना आया, बड़ी मुसीबत पाई

मुड़ मुड़ रो वे याराँ ताएं, डाहडे दर्द उबालों
पत्थ्াर भी गिल होंदा पानी ,शहज़ादे दे हॉलों

कहनदा है है यार प्यारे ,दर्द विंड ऊन वाले
मापियायाँ घर लु्ुडके आहे, ख़ूओशयां करकर पाले

कोई अमीर कोई शाहज़ादे ,कुझ वज़ीरां जाये
मेरे पिच्छ्াे घर दुर्मा पै, देस वतन छिड आए

हिक्दम में थीं जुदा ना होंदे ,सिए सख़्ती सरसहनदे
जय मेरा सर तता होवे ,खिले सिरेतय रहनदे

सभ्भ्াवा धक्के हो हो जानदे ,खानों पेनों रहनदे
मरीए इसें शहज़ादा जीवी ,नाल प्यारे कहंदे

ओहो गुल बराबर हुई ,ईहा गए मैं रेहा
ईहा अफ़सोस ओहनां दा मीनूओं, कदे ना होसी बेहा

ख़िदमत मेरी कर दे आहे ,नाल मुहब्बत ख़ासी
हाय हाय रुबा कित्थ्াों मलसन ,ऐसे यार ए-ए-ख़लासी

मैं कमबख़्त ना मोईआ आपूं, जिस ईहा भांबड़ बाले
का हंूओं नाल लियांदे आहे, कितने झुग्गे गाले

हक़ रुढ़े दरिया वां अंदर, खाद्य कुझ बुलाऐं
कुझ लड़ाईयां अंदर मारे ,मेरियां मन रज़ाएं

ईहा शूओहदे आमोए उथे, कोह काफ़ां दी चोटी
गुरू जनाज़ा कफ़न ना होया, ना चलेहा रोटी

मापे घर उडीकां होसन, सुभ होसन दिन गंदे
दर्द फ़िराक़ों हंजूओं मौतें, टोपे भर भर मुँदे

हक़ हकला रहियोस निमाना, मारे यार प्यारे
किन करे अपरा ले सर्फ़े ,किन वनडे दुख भारे

ख़बर नहीं किस जाई में भी ,वांग इयहनां दे मरसां
के जानां दीदार सजन दा, करसां या ना करसां

ईहा सब यार प्यारे केते, सर सदक़ा दिलबरदा
अपनी जान तली पर रखাी, ओह भी हाज़िर करदा

याराँ कूलों विदईआ होया ,यार अगों रब मैली
तुसां इसां हुन आख़िर मेला, सभनां अल्लाह बेली