बलहयां मैच के हसदी
बलहयां दब के रौंदी
हास्य सांभ के रिखदी
अथर्व डक के रौंदी
तेरे हास्य सारे खुल्लर गए
तेरे हंजू सारे मुक गए

तूं अंदरूँ अंदरें सकदी गई
चुप-चाप सफ़रतय टरदी रही
केहड़ी उग दे भांबड़ अंदर सन
जेहनों सांभ सांभ सड़ दी रही
इज नवीयाँ राहवां टुरि पई ईं
पिछे दुख, उदासी छिड गई ईं

ਹਵਾਲਾ: ਵੇਲ਼ਾ ਸਿਮਰਨ ਦਾ, ਤ੍ਰਿੰਞਣ ਪਬਲਿਸ਼ਰਜ਼ ( ਹਵਾਲਾ ਵੇਖੋ )