ਮਾਲ਼ਾ ਮਣਕਿਆਂ ਵਿਚ ਜਿਉਂ ਹਿੱਕ ਧਾਗਾ
तोयं सरब के बीच समा रहियो
सभनां जीवां दे विच है जान वांगों
निशा भंग अफ़ीम विच आ रहियो
जवीं पुत्रें मेहंदियों रंग रिचया
तोयं जान जहान विच आ रहियो
जवीं रक्त सरीर विच सास अंदर
तोयं जोत में जोत बुना रहियो
राँझा बना के ख़र्च है मगर लगा
जोगी अपना ज़ोर सुभ ला रहियो
तेरे द्वार जोगा हो रहियो हाँ में
जट जोगी नों घनां समझा रहियो
वारिस शाह मियां जिन्हों इश्क़ लगा
दीन दुनी दे कम थीं जा-ए-रहियो