ਸੈਫ਼ਾਲ ਮਲੂਕ

ਬਾਪ ਦੀ ਚਿੰਤਾ

आसिम शाह तख़्त पर रोया ,हाय रुबा के होया
कोई दिन जाग नसीब इसाडा, वनज कुत्ते विल सोया

सैफ मलूओक पिया विच क़ैदे ,भठि पिया में जीवां
खाना ज़हर नवाले होया, रत्तूओ दिए घुट पीवां

बंद अंदर फ़र्ज़ंद जिन्हां दे, पाई तुंद ओली
तख़्त चखा सरताज तबर है, पेड़ अंदर जद हिली

शाहज़ादे दे पैरें सिंगल, होया बुहत निमाना
हक़ अज़ाब मुहब्बत सुन्नदा, दूओजा क़ैद टिकाना

सुखिया बदन शाहज़ादा नाले, नाज़ुक बाल अयाना
ताज़ा फुल मुहम्मदबख़शा, धुप लगी कुमलाना