ਸੈਫ਼ਾਲ ਮਲੂਕ

ਚੀਨ ਦੇ ਖ਼ਤ ਦਾ ਜਵਾਬ

फ़ग़फ़ूओरे दा ख़त शहज़ादे, जां सारा पढ़ डिठ्ठ्াा
ेलची नूओं फ़र्मा वन लगा ,बोल ज़बानों मिठ्ठ्াा

ए ेलची फ़ग़फ़ूओर शाहे दे ,जा अपने सुलताने
आख सलाम इसाडा अव़्वल ,दसें खोल बयाने

सैफ मलूओक मेरा है ना नवां, आदि दा शहज़ादा
नईं ग़नीम ना वीर क़सीदा, में दिल होर इरादा

ना में मलिक वलाएत लेनी, ना रहने दी नीयत
दो तन रोज़ शिकारे कारन, केत्ती चा जमईयत

मैं अपने हक़ मतलब कारन ,आया छोड़ वतन नूओं
इस मक़सूओद लुई नित भालां, पानी वसती बिन नूओं

जय में वांग ग़नीमां आवां ,आनाँ फ़ज घनेरी
चाल्या शाह तख़्तां दे साएँ ,ए-ए-यन मनेंदे मेरी

बाप मेरा सुलतान मिस्र दा, आसिम शाह बहादुर
मेरे नाल लड़ाई करसें, है तेरा के बादिर

पर में आप लड़ाई च्छ्াडी, नईं ख़सूओमत भावी
हर एक नाल मुहब्बत रखदा, जय कोई यार कहा वे

मैं मक़सूओद अपने दा भुक्ख्াा ,हर हर जाई लोड़ां
जां जां ओह मक़सूओद ना मलसी, सिफ़रों मुख् ना मोड़ां

सुभ जज़ीरे टापूओ फिरसां ,कोह काफ़ां तय पानी
एवें लोढ़ करेंदा मरसां, जिस दिन उम्र वहानी

शाह फ़ाफ़ूओर ताएं जा ऑखो, ईहा हक़ीक़त मेरी
जैकर करें ग़रीब नवाज़ी ,जानां शफ़क़त तेरी

सरफ़राज़ करो जय सानूओं ,लायक़ है शहाँ नूओं
नईं तां फ़ज्री कूओच कर्रांगे ,बेड़े ठेल राहां नूओं

ेलची जा अख़बार सुनाई, शाह फ़ग़फ़ूओरे ताएं
ख़ुश होयातय मुलिया लोड़े ,सुन के सिफ़त सुनाईं