ਲਿਖਤਾਂ ਕਾਰਨ ਕਰੇ ਨਾ ਅੱਪੜੇ इसें लखन वाले सारे मुसाफ़िर कलम किले साडा पुड़िया लिख्या सब किझ गया ब-कार डॉ नगां वाले लंघ गए उगे सुट्् के पैरां हेठ कलमां दे सजरे अरमान