ਸੈਫ਼ਾਲ ਮਲੂਕ

ਮੰਜ਼ਿਲ ਫ਼ਕੀਰ

वादी फ़ुक़्र फ़ना-ए-दे अंदर ,अगली मंज़िल आई
फ़ुक़्र फ़ना-ए-अंदर चुप बेहतर ,गुल ना जांदी पाई

फ़र्र मोशी दी मंज़िल हुए ,गुंगे डोरे झुल्य्
जां हक़ सुरज रशन चिड़िया ,सुभ तारे छुप चले

कांग चढ़ी दरिया फ़ुक़्र दी, जुंबिश अंदर आवे
पत्थ्াर नक़्श बरीते बैला ,बूओटे रीत छुपावे

दोए जहान मुहम्मदबख़शा ,मज इस एक दरियाओं
जय कोई ईहा गुल मंे नाहीँ ,कसर ओहनूओं सुविदाओं

ए-ए-यस नदी विच चुभ्भ्াी मारे ,जय कोई हिम्मत कर के
सदा सुखाला रहसी भाई, के कम बाहर तर्के

ऐस नदी दी चुभ्भ्াी अंदर, चित्त हिमेश सुखाला
गुम होवन बन होर ना भावी, वांदे पेन कुशाला

हुकमे नाल इस चुभ्भ्াी वचों, जां सर बाहर आने
तां ओह कारेगरयां वेखे ,तक तक भीत पुछाने

इस चुभ्भ्াी विच ग़ैर ना मिटदा ,जावे हक़ हकला
जित्थ्াे अपना आप ना मेवे, होर खड़े तां झल्ला

जां अया अपना आप बंदे नूओं, पड़ दा है दिलबरदा
माल मलिकतय इज़्ज़त दलित ,संग खड़ीयाँ कदतरदा

सट तमामी चीज़ां
फ़र्द होवे तां मर्द कहा वे, मिलदा नाल अज़ीज़ां

ख़ातिरजमा होओए जिस वेले ,ख़ूओदी वणिज्य बीख़ूओदीयों
पाक होवे तां बाहर आवे, हर हर नेकी बदियों

जां ईहा नेकी बदी ना रहनदी, इस दम आशिक़ होंदा
हो फ़ना-ए-इश्क़ दा अव़्वल, यारी किरण खिलोंदा

जीओं ईहा हाल अहवाल फ़ुक़्र दा ,ग़ायब साडी नज़रों
त्योएं शरह ज़ुबानों ओहले, नाले सिफ़तों ख़बरों

मर के जीवन दी गुल भाई ,दसे किन ज़ुबानों
बइ बइ अल सुख़न दे,मअनी दूर बयानों

बाद फ़नायों बाक़ी होना ,के जानां इस बातों
नौवीं किताब बने जय लिखां, बाताँ नफ़ी इस्बातों

मर के जीवन दी गुल चुंगी, सो जाने जो करदा
जिस दे सर प्रवृत्ति होवे, कम नहीं हर हर दा

मैं के जानां हाल फ़ुक़्र दे ,मुद्दई नफ़सानी
सन्नी सुनाई लिख व-ए-खाई, पाई नहीं निशानी

अपनी मत हयाती अंदर, जब लग तेरा डेरा
इस मंज़िल विच कद मुहम्मद, पीर पवईगा तेरा

अपना आप मुहम्मदबख़शा ,तेरा मिस्र शहर है
मुश्किल पंध सजन दी लोड़े, रस्ता बर बहर है

जां ईहा मिस्र प्यारा तीनोओं ,कड़ा ज़हर हुएगा
ताहीयं विल सफ़र विल जासें, पेंडा लहर हुईगा

धीअ्अं पुत्तर भीनां भाई ,व-ए-छिड़ संगों साथों
बीड़ी रोहड़ इसबाबां वाली ,इश्क़ नदी दी ठाठों

रस्ता दूर ना ओड़क जिस दा, घने क़ज़िए द-ए-सद्य
पर जो नाल यक़ीने टुरदे ,वनज सजन संग व-ए-सद्य

तोड़े कुझ ना मुअल्लिम उस दा, थां टिकाना पासा
छिड दुनिया पिठ लहर फ़ुक़्र दी, रख अमलन दी आसा

यार मिले बन मुरसू नाहीँ ,सेस तुसां जय हूओले
ओह तेरा तूओं उस दा हवसें ,विथ ना रहसी मोले

महबूओबां दी बेपरवाही ,सुन के हिट ना रहूखां
हिम्मत आस करारी कर के ,वनज ओसे दर ढहोखां

सब्र तवक्कुल आसिम वाले, हिम्मत सैफ़ मलूओके
करें क़बूओल ना हुटीं तोड़े, सुभ कोई ठाके कूओके

अपना आप छिडें इस कारन, साजन तां घट आवन
सुभ जग उत्तेशाही तेरी, परियाँ तख़्त उडावन

ढूओनडन वाले मुड़न ना ख़ाली ,ख़ूओद हज़रत फरमावे
वेखां सैफ़ मलूओके विलों, जो लोड़े सौ पावे

आसिम दे सुन सब्र तवक्कुल, हिम्मत आस शहज़ादे
दिलबर भाल मुहम्मदबख़शा ,सह सह दुख ज़्यादे

क़िस्सा सैफ़ मलूओके वाला ,इस कारन हुन कहना
तालिब हिम्मत कर के चले, रूह-ए-ना रखे बहना